मन भूल मत जइयो, राधा रानी के चरण।
Tag: Bahan meri bani haweli char
अरे मेरी कोठी गड़ री चार, मैं क्यों राम रटन लागी
दे दे श्याम धूल चरणन की,
सुन ले ओ बाबा,
मैं कैसे उतरू पार नदिया अघम बहे।
काया तेरी माटी की हवेली।
किशोरी जी तो मेरी है,
मेरो है बरसाना,
ठाकुर जी तेरी सेवा हमसे ना बनी रे
चारों धामों में विराजे भगवान,चलो री दर्शन कर आवें।
मन तू सतसंग करले भाई, आधी मे पुनिआध,
उमर सारी बीत गयी माला न फेरी।
You must be logged in to post a comment.