आओ बालाजी आओ बालाजी,
दर्शन को प्यासे हैं नैना
Tag: Maiya ka darwar laga hai darshan
क्या खूब है आज सजाया,
मिलकर दरबार लगाया,
चारों धामों में विराजे भगवान,चलो री दर्शन कर आवें।
तेरा दरबार निराला,बिन मांगे देने वाला,
हे मात मेरी, अब दे दो दर्शन करना ना देरी
मने नौकर रख ले मां अपने दरबार में
ना ऐसा दरबार,और ना ऐसा सिंगार
दर्शन दो घनश्याम नाथ मोरी, अखियां प्यासी रे