काया ने सिंगार कोयलिया,
पर मंडली मत जइजो रे।
Tag: Guru bulawa de gaye satsang me aayiye
मेरे गुरुदेव मिलेंगे सत्संग में,
मेरे सदगुरु दीन दयाल काग को हंस बनाते हैं।
चाल सखी सत्संग में चाला ,
सत्संग मे सतगूरू आसी।
सुर से सुनाऊं, सरगम से सुनाऊं सतसंग में सुनाऊं सबको, कि महिमा राम नाम की।
बता दो मेरे गुरुजी महातम एकादशी।
सत्संग बिन चैन पड़े कोन्या
दिन कट जाए रात कटे कोन्या
गुरुदेव करे सो होय रे मनवा ,
अब कई सोच करे रे।
तूं मन से बुला के देख,मैया आएगी
बेटा बुलाए झट दौड़ी चली आए माँ,
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