शबरी देख रही है बाट,रामजी मेरे आयेंगे
Tag: Nindra bech du koi le to ha ram
मेरे राम, दया के सागर हैं,
मेरी विगड़ी बनाओ, तो जाने।
रानी रे तेरे तीनो वचन खराब से, बेकार से, जो राम ते दगा करेगी।।
बोलो श्री राम जय राम जय जय राम
उमर सारी बीत गयी माला न फेरी।
मैंने मानुस जनम तुमको हीरा दिया,
तूने यूँ ही गवांया तो मैं क्या करूं।
हंसा निकल गयो पिंजरे से,खाली पड़ी रही तस्वीर। जब यमदूत लेन को आये,नैक धरे न धीर,मार मार के जान निकले,बहे नैन से नीर।हंसा निकल गयो पिंजरे से,खाली पड़ी रही तस्वीर। हंसा निकल गयो पिंजरे से,खाली पड़ी रही तस्वीर। कोई रोवे कोई मल-मल धोवे,कोई उढावे चीर। चार जने जब मिलकर ले गये,ले गये मरघट तीर। हंसा […]
बहन मेरी बनी हवेली चार, राम गुण में ना गाऊँगी।
निंद्रा बेच दू कोई ले तो। हा राम राम रेट तो , तेरो मायाजाल कटेलो।
ना तो दुःख है ना कोई कमी है,जबसे मैया की रहमत हुई है