गुरु बिन कौन करे भव पारा,
Tag: Dekho pyare shyam ka ye darwar hai har bhakto ka hota beda paar hai
सांवरा थारी माया रो
पायो कोनी पार।
भेद कोनी जाणु वो,
दयालु दीना नाथ।
श्याम तेरी लगन जो लगी,
तो अगन भी लगे बर्फ सी,
श्याम सपनो में आए,
मुझे धीर बंधाए,
एक सवाल है इस प्रेमी का,
तू बता दे श्याम मुझसे,
प्रेम तुझको है के नहीं,
सपना में देख्यो रे म्हाने,
श्याम धणी दातार,
आता रहूं गाता रहूं,
श्याम तुम्हे मैं रिझाता रहूं,
कोई पिछले जनम के अच्छे करम,
मुझे बाबा तेरा प्यार मिला,
माना में मजबूर हूं लेकिन,श्याम मेरा मजबूर नहीं।
श्याम तेरे हाथों में हमारी डोर है,
तेरे सिवा जग में ना कोई और है,
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