कुछ नहीं करुणानिधान चाहिए,
एक तेरी दया दयावान चाहिए,
Tag: Ailan karta hu sareaam karta hu me to mere hi shyam ka gungan karunga
श्याम तेरी लगन जो लगी,
तो अगन भी लगे बर्फ सी,
तर जाओगे राम गुण गाने से, क्या होता है गंगा नहाने से।
राम गुण गायले रे भाई म्हारा,
जब लग सुखी रे शरीर।
ऐलान करता हू, सरे आम करता हूँ,
मैं तो मेरे ही श्याम का, गुणगान करूँगा,
रामदेवजी भजन खम्मा खम्मा ओ धनिया