अर्जी मेरी है सरकार खाटू बुला लेओ एक बार अर्जी मेरी है
Tag: Arji sun le lakhdatar Tera gun gaye sansar
थारी कांई छै मनस्या, कांई छै विचार,
सुणियो जी म्हारा लखदातार।
अर्जी मेल दई चरणां में,
श्याम थाने सुननी पड़सी जी,
अरज लगावे जी,
सांवरिया थासु अरज लगावे जी।
तर जाओगे राम गुण गाने से, क्या होता है गंगा नहाने से।
मैं तो अरज करू गुरु थाने,
चरणा में राखजो माने,
राम गुण गायले रे भाई म्हारा,
जब लग सुखी रे शरीर।
मैं रोज निहारूँ झांकी,
खाटू वाले दातार की,
सपना में देख्यो रे म्हाने,
श्याम धणी दातार,
राम गुण गायले रे भाई म्हारा,
जब लग सुखी रे शरीर।
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