सिया राम जी का डंका लंका में,
बजवा दिया बजरंग बाला ने।
Tag: Bajrang ke aate aate kahi bhor na ho jaye
मेरी सुनलो मारुति नंदन,
काटो मेरे दुख के बंधन,
ओ सांवरे दुःख से बचाते रहोगे,
आते रहे हो हर दम आते रहोगे,
राम की लगन में मगन हुए,
नाचे बजरंगी बाला,
बजरंगी की पूजा होती,
मंगल और शनिवार,
रमता पधारो म्हारे आंगणे ,
मारा बजरंग बाला।
तुझे छोड़कर हे बजरंगी कहां में शीश झुकाऊं।
जय हो जय हो तुम्हारी जी बजरंग बली
लेके शिव रूप आना गजब हो गया
जय बजरंगी राम के संगी,
दीनन पर उपकार करो।
सीताजी बोली रामजी कमाल हो गया,
बजरंगी लाल मेरा लाल लाल हो गया।।
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