सिया राम लखन मेरे तीनों किस हाल में होंगे।
Tag: Aaja mere veer kanhaiya re
मेरे उठे जिगर मे पीर कन्हैया तेरी याद में,
कानूड़ा का दिल लूट ले गई गुजरी।
कन्हैया तेरी मेहरबानी रहे,
जब तलक ये मेरी जिंदगानी रहे,
अब तो आजा सांवरिया रे
अब तो आजा सांवरिया रे।
दया दृष्टि करो सारे संकट हरो,
वीर बजरंगबली हनुमान
राधा बनी कमल की माल श्याम भँवरा सो बनो।
कन्हैया तोसे नैन मिलाकर,तेरी दीवानी हो गई।
मेरी भरी मटकिया ले गयो कान्हा बंशी वालो ।
आ जाओ कृष्ण कन्हैया ओ राधा जी के सईया, बुलाऊं तुम्हें घर अंगना।
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