बंसी वारे कन्हैया,
हमें तो राधा से मिलाई दे रे,
Tag: Aaja mere veer kanhaiya re
मात मेरी शेरोवाली,आजा जगराते में।
में गोवर्धन कूँ जाऊं मेरे वीर
नाँइ मानै मेरो मनुआं।
द्वापर में कृष्ण कन्हैया ने,
क्या अद्भुद खेल रचाया था,
काली कमली वालेया मैं तेरी हाँ
सोने नैना वालेया मैं तेरी हाँ।।
मदन मोहन तेरे ऊपर मुकदमा हम चलाएंगे।
हमारी गली कान्हा होके जाना। हमारी सुधि कान्हा लेते जाना।
बृज रज में लौट लगाय लीज्यो,
तू जब वृन्दावन आए,
आना वीर हनुमान हमारे घर कीर्तन में।
चंदा भी देख शरमाया, कान्हा जी तुम्हे किसने सजाया।
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