काया ने सिंगार कोयलिया,
पर मंडली मत जइजो रे।
Tag: Chaurasi ki nind me mhara satguru aake jaga re Diya
मेरे गुरुदेव मिलेंगे सत्संग में,
तेरा सतगुरु भरम मिटाए रे सखी,भरम भूल में सोवे से।
मेरे सदगुरु दीन दयाल काग को हंस बनाते हैं।
राम भजो सिया राम जगत में राम भजो सिया राम।
हँस हँस मीठो जग में बोलणो रे,
हंसला फेर मिलाला नाय।
कोई पीवो राम रस प्यासा, कोई पीवो राम रस प्यासा।
कोई पीवे है राम रस प्याला, कोई पीवे हरि रस प्याला।
सतगुरु मिलिया पागी ,
अब मारी सुरता भजन मे लागी।
मेरा सतगुरु भया रंगरेज ,
चूनर मारी रंग डाली।
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