हँस हँस मीठो जग में बोलणो रे,
हंसला फेर मिलाला नाय।
Tag: Hare mitha bolo ni
मीठा लागे भीलनी रा बोर,
ओ लक्ष्मण भैया,
हारे का सहारा है,
हमें प्राणों से प्यारा है,
पाँच तत्व का बना रे पिंजरा,
जा में बोले मेरी मैना
जीवन में जी कर देख लिया,
आराम तो है पर चैन नहीं।
तेरे सिर पर गठरी पाप की, तेरे लगी भरम की भूल, भक्ति कर भगवान की।
हारे मीठा बोलोनी,ओशी उम्र में थोड़ो जीवनो रे,