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गुरु भजन लिरिक्स guru bhajan lyrics

Mere gurudev milenge satsang me,मेरे गुरुदेव मिलेंगे सत्संग में,guru bhajan

मेरे गुरुदेव मिलेंगे सत्संग में,

मेरे गुरुदेव मिलेंगे सत्संग में,
मेरे गुरुदेव मिलेंगे सत्संग में,
मिलेंगे सत्संग में, मिलेंगे सत्संग में,
मेरे गुरुदेव मिलेंगे सत्संग में।

घी की ज्योत जगे है, मंदिरा में,
मन ज्योत की जगे है सत्संग में,
मेरे गुरुदेव मिलेंगे सत्संग में,
मिलेंगे सत्संग में, मिलेंगे सत्संग में,
मेरे गुरुदेव मिलेंगे सत्संग में।

घर का ताला खुले है चाबी ते,
घर का ताला खुले है चाबी ते,
मन का ताला खुले सत्संग में,
मेरे गुरुदेव मिलेंगे सत्संग में,
मिलेंगे सत्संग में, मिलेंगे सत्संग में,
मेरे गुरुदेव मिलेंगे सत्संग में।

कपडे का मैला कटे है साबुन से,
कपडे का मैला कटे है साबुन से,
मन का मैल कटे है सत्संग में,
मेरे गुरुदेव मिलेंगे सत्संग में,
मिलेंगे सत्संग में, मिलेंगे सत्संग में,
मेरे गुरुदेव मिलेंगे सत्संग में।

काठ की नांव चले है पानी में,
काठ की नांव चले है पाणी में,
मन की नाव चले है सत्संग में,
मेरे गुरुदेव मिलेंगे सत्संग में,
मिलेंगे सत्संग में, मिलेंगे सत्संग में,
मेरे गुरुदेव मिलेंगे सत्संग में।

घर के लोग मिले हैं घर में,
घर के लोग मिले हैं घर में,
प्यारी प्यारी सखियाँ मिले हैं सत्संग में,
मेरे गुरुदेव मिलेंगे सत्संग में,
मिलेंगे सत्संग में, मिलेंगे सत्संग में,
मेरे गुरुदेव मिलेंगे सत्संग में।

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