तोरा मन दर्पण कहलाए,
Tag: Aaj hamare man me ajab si khushiya hai
तूने अजब रचा भगवान,भाग्य इस नारी का।
तेरी रुनझुन रुनझुन होय श्याम की बाज रही पायलिया।
मन राधेश्याम सीताराम रट रे
तेरे संकट जाएंगे कट रे।
अब मन भज ले राधेश्याम,बुढ़ापा बैरी आवेगाे।
मंदिरों से मां ने टेलीफोन किया है।
खाटू वाले श्याम धणी,
तेरी अजब कहानी है,
जिसने भी देखी तेरी सांवली सी सूरत। नैनों में हर पल रहती प्यारी सी मूरत।
तीनों लोकों में गूँजा है जयकारा माँ का
भरोसे हम तो बाबा के,
जो होगा देखा जाएगा
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