जय रघुनन्दन जय सियाराम,
हे दुखभंजन तुम्हे प्रणाम।।
Tag: Dharti gagan me hoti hai teri jay jaykar
जयकारा जयकारा मैया का बोलो जयकारा।
चाहे पूछो धरा गगन से चाहे पूछो अग्नि पवन से,
भोले का जयकारा तू लगा के देख ले,
बन जाए सारे काम तू भी आके देख ले।।
तीनों लोकों में गूँजा है जयकारा माँ का
तीनों लोक में मैया का जयकारा लगता है।
नख पर धारि लियो गिरिराज,
नाम गिरधारी पायो है।
भगवती सामने खुद खड़ी,नाम जपलो घड़ी दो घड़ी
मेनू नच लेन दे,मेनू नच लेन दे।
मैं तो हो गई दीवानी तेरे नाम की।
तेरा पाने शेरांवालीये दीदार आ गई।
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