दादी का मंगल, रोज करोगे,
मौज करोगे, मौज. करोगे,
Tag: aarti mangala gori ki
तू भीख ना देगी तो, मैं शोर मचा दूँगा.
मैं गोरी तुम काले कन्हैया, मैं गोरी तुम काले।
बजरंगी की पूजा होती,
मंगल और शनिवार,
हे प्रथम पूज्य गौरीनंदन,
हम शरण तिहारी आए है,
हे गणपति तेरी आरती गाऊं। आरती गाऊं प्यारे आपको मनाऊं
अब मन भज ले राधेश्याम,बुढ़ापा बैरी आवेगाे।
गौरी के पुत्र गणेश,गणेश हम तुमको शीश नवाते हैं।
गोरी कलाई चूड़ा लाल बे,मेरी मां का चोला।
कार्तिक के जाते ही मन में चाव चढ़ गया,
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