मेरे उठे जिगर मे पीर कन्हैया तेरी याद में,
Tag: aa jao krishna murari
नैया है मझधार श्याम इसे,
पार लगा जाओं
जिसने कृष्ण कृष्ण टेरया,फेरी मन की माला,
मनमोहन मुरलिया वाले बंसुरिया वाले सुना दे बंसुरिया,
बहना बोलो ग्यारस के दिन राधे राधे,
तुम जो आए ना मोहन मुरारी। मर जायेगी ये राधा तुम्हारी।
भरोसे हम तो बाबा के,
जो होगा देखा जाएगा
राधा बनी कमल की माल श्याम भँवरा सो बनो।
ऐसी रचना रच गया तू जहां देखूं वहां तू ही तू।
क्यों रो रहा है तू क्यों रो रहा है,
बन के पिता जब बैठा बाबा तू क्यों रो रहा है,
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