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रानीसती दादी भजन लीरिक्स

Ginti konya kitna sathiya, गिनती कोन्या देहली ऊपर,dadi bhajan

गिनती कोन्या देहली ऊपर, कितना सथीया रोज मंडे।

गिनती कोन्या देहली ऊपर, कितना सथीया रोज मंडे।कितनी रोली कितनी मेहंदी कितनी चीटकी रोज चढ़े।

पहलो साथियों धोया पाछे,दूजो हाथों हाथ मंडे।चिपक्योडा चावल धूल जावे,दूजा हाथों हाथ चढ़े।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺गिनती कोन्या कितनी घंटी,सूं दादी की देहली धुले।कितनी रोली कितनी मेहंदी कितनी चीटकी रोज चढ़े।

गिनती कोन्या देहली ऊपर, कितना सथीया रोज मंडे।कितनी रोली कितनी मेहंदी कितनी चीटकी रोज चढ़े।

पहल्यां मांडोडी टिकी ने,पानी से सगला धोवे। हाथों हाथ नई टिकी सूं,दादी को वंदन होवे।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺गिनती कोनी कितना सेवक,दादी की देहली पूजे।कितनी रोली कितनी मेहंदी कितनी चीटकी रोज चढ़े।

गिनती कोन्या देहली ऊपर, कितना सथीया रोज मंडे।कितनी रोली कितनी मेहंदी कितनी चीटकी रोज चढ़े।

छतर हजारां चढ़े कोई,गिनती जान नही पावे।भक्त खड़या है बाट उड़िके,कद बाकी बारी आवे।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺गिनती कोन्या कितनी चुंदड़ी,दादी जी के रोज चढ़े।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺कितनी रोली कितनी मेहंदी कितनी चीटकी रोज चढ़े।

गिनती कोन्या देहली ऊपर, कितना सथीया रोज मंडे।कितनी रोली कितनी मेहंदी कितनी चीटकी रोज चढ़े।

धोक लगा परिवार के साथ में,दीपक थाल सजावे है।हाथ जोड़कर तेरी गाथा,रोज भवानी गावे है।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺गिनती कोन्या कितना सेवक, मंदिरिए में रोज बढ़े।कितनी रोली कितनी मेहंदी कितनी चीटकी रोज चढ़े।

गिनती कोन्या देहली ऊपर, कितना सथीया रोज मंडे।कितनी रोली कितनी मेहंदी कितनी चीटकी रोज चढ़े।

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