गिनती कोन्या देहली ऊपर, कितना सथीया रोज मंडे।
Tag: odh chunariya laal
दादीजी आओ पधारो,थारा लाड़ लड़ाऊंगी
थाने चुनरी महे टाबरिया उढाने आया
बोल तने कईयां रिझाऊं मावड़ी।
ओढ़ चुनरिया लाल,बैठी है दादी सज धज के।
गिनती कोन्या देहली ऊपर, कितना सथीया रोज मंडे।
दादीजी आओ पधारो,थारा लाड़ लड़ाऊंगी
थाने चुनरी महे टाबरिया उढाने आया
बोल तने कईयां रिझाऊं मावड़ी।
ओढ़ चुनरिया लाल,बैठी है दादी सज धज के।