कान्हा से प्यार का है बंधन,
श्रद्धा से करता हूँ मैं वंदन,
Tag: Bhaw bandhan se mukti ho sab ban jayenge kaam
श्याम सपनो में आए,
मुझे धीर बंधाए,
जय रघुनन्दन जय सियाराम,
हे दुखभंजन तुम्हे प्रणाम।।
मेरा आपकी कृपा से, सब काम हो रहा है।
बाबा मेरा काम करोगे बोलो क्या लोगे,
बाबा खूब सुनी निर्धन की,
आज कमी नहीं मेरै धन की।
राम नाम सा साधन ही मुक्ति का द्वार है।
तन मन धन सब देना कि श्याम जी को जाने ना देना।
राम राम सा साधन ही, मुक्ति का द्वार है
भव बंधन से मुक्ति हो सब बन जाएंगे काम