तर्ज,बंधन तो प्यार का बंधन है
चाहे पूछो धरा गगन से चाहे पूछो अग्नि पवन से,
चाहे पूछो गुल गुलशन से चाहे पूछो चाँद किरण से,
बाबा तो सबसे प्यारा है हारे का सहारा है।
इतना सुन्दर है मुखड़ा बिन देखे रहा ना जाए,
जो भी देखे जी भर के वो देखता ही रह जाए,
करुणा बरसे नैनन से चाहे पूछो धरा गगन से,
चाहे पूछो अग्नि पवन से चाहे पूछो गुल गुलशन से,
बाबा तो सबसे प्यारा है हारे का सहारा है।
चाहे पूछो धरा गगन से चाहे पूछो अग्नि पवन से,
चाहे पूछो गुल गुलशन से चाहे पूछो चाँद किरण से,
बाबा तो सबसे प्यारा है हारे का सहारा है।
बाबा के गले में सोहे फूलों का सुन्दर बागा,
सर मोर मुकुट सोने का सोने पर करे सुहागा,
लगे सुन्दर सब देवन से चाहे पूछो धरा गगन से,
चाहे पूछो अग्नि पवन से चाहे पूछो चाँद किरण से,
बाबा तो सबसे प्यारा है हारे का सहारा है।
चाहे पूछो धरा गगन से चाहे पूछो अग्नि पवन से,
चाहे पूछो गुल गुलशन से चाहे पूछो चाँद किरण से,
बाबा तो सबसे प्यारा है हारे का सहारा है।
देखि है मैंने जबसे बाबा की सूरत प्यारी,
कहे दासी तबसे हुई में बलिहारी।
बाबा को रिझाए भजन से चाहे पूछो चाँद किरण से,
चाहे पूछो जल पवन से चाहे पूछो फूल चमन से,
बाबा तो सबसे प्यारा है हारे का सहारा है।
चाहे पूछो धरा गगन से चाहे पूछो अग्नि पवन से,
चाहे पूछो गुल गुलशन से चाहे पूछो चाँद किरण से,
बाबा तो सबसे प्यारा है हारे का सहारा है।