जय रघुनन्दन जय सियाराम,
हे दुखभंजन तुम्हे प्रणाम।।
Tag: Dhal jayegi umar
तेरा दाना खा खा कर माँ सारी उम्र गुजारी,
जिंदगी है मौज में, मौज में जी मौज में,
उमरिया बिताए देयी,राम नहीं जाना।
चली जा रही है उमर धीरे धीरे,
ढल जायेगी उमर धीरे धीरे
जय रघुनन्दन जय सियाराम,
हे दुखभंजन तुम्हे प्रणाम।।
तेरा दाना खा खा कर माँ सारी उम्र गुजारी,
जिंदगी है मौज में, मौज में जी मौज में,
उमरिया बिताए देयी,राम नहीं जाना।
चली जा रही है उमर धीरे धीरे,
ढल जायेगी उमर धीरे धीरे