तर्ज,जिंदगी की ना टूटे लड़ी
भगवती सामने खुद खड़ी,नाम जपलो घड़ी दो घड़ी।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺दुनियादारी की बातों को छोड़ो,ऐसा मौका मिले ना कभी।नाम जपलो घड़ी दो घड़ी।भगवती सामने खुद खड़ी,नाम जपलो घड़ी दो घड़ी।
उसका कीर्तन में आने से क्या, जिसके दिल में कोई श्रद्धा ना हो। दर्शन करते हैं मां के वही, जिनकी आंखों में पर्दा ना हो।🌺🌺🌺🌺🌺जिनकी आंखों में पर्दा ना हो।मौज मस्ती है सबसे बड़ी,नाम जपलो घड़ी दो घड़ी।🌺🌺🌺भगवती सामने खुद खड़ी,नाम जपलो घड़ी दो घड़ी।
ओ मैया तेरे बिना लागे ना रे जियरा।
आज से सब यह वादा करो, हम ना भूलेंगे मां को कभी। सच्चे दिल से पुकारेगा जो, तो ही आएगी मैया कभी।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 भगवती रहमतों से भरी, नाम जपलो घड़ी दो घड़ी।२🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺भगवती सामने खुद खड़ी,नाम जपलो घड़ी दो घड़ी।