भोलीसी सुरत, माथेपे चंदा
देखो चमकता जाए
Tag: Bholi dhali pyari dadi ma
मैं शरण तेरी जो आया, चरणों में शीश झुकाया,
जब कोई ना हो अपना,बस दादी दादी जपना
जानकी प्यारी के, जनक दुलारी के, मन में बसे हैं श्री राम
मेरी छोटी सी किशोरी,
बड़ी प्यारी लागे,
प्यारी प्यारी मैया,
कहते है कृष्ण कन्हाई,
राधा से कर दे सगाई,
तू प्यार का सागर है,
तेरी इक बूँद के प्यासे हम,
भोली भाली राधा चतुर गोपाल।
दोनों भक्तन के प्रतिपाल
दादी मंगलम दादी नाम मंगलम
मंगल पाठ दादी का जो रोज करोगे,
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