मेरा दिल तुझपे कुर्बा मुरलिया वाले रे ।
Tag: banwari o krishna murari
रुकमणी के पति श्री कृष्णा,वो तो मुरली बजाते मिलेंगे।
कहे पांडव कृष्ण मुरारी जी,
अब रखीयो लाज हमारी,
मिल जाएं कृष्ण मुरार रे सखी ग्यारस कर लो।
मुकुट पर वारी, वारी बनवारी।
मेरो राधा रमण गिरधारी,गिरधारी श्याम बनवारी
जादू भरी है बनवारी,श्याम मुरली तुम्हारी।
कैसे आऊं रे सांवरिया तेरी ब्रज नगरी
तुम हमारे थे प्रभु जी, तुम हमारे हो।
अच्युतम केशवम, कृष्णा दामोदरम। राम नारायणम जानकी वल्लभम।
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