ना मैं मीरा ना मैं राधा,
फिर भी श्याम को पाना है।
Tag: meera
पांच बरस की मीरा रे लाड़ली ,सखियों के संग जाए खेलन ,सुन ओ साधो भाई ,
मीरा के जैसे सुदामा के जैसे पार उतारी। लाज रखो हे कृष्ण मुरारी।
ना मैं मीरा ना मैं राधा,
फिर भी श्याम को पाना है।
पांच बरस की मीरा रे लाड़ली ,सखियों के संग जाए खेलन ,सुन ओ साधो भाई ,
मीरा के जैसे सुदामा के जैसे पार उतारी। लाज रखो हे कृष्ण मुरारी।