अर्जी सुन ले लखदातार, तेरा गुण गाए संसार
Tag: Araj mhari sun aao ma
चलो साथीड़ा आपा हरिगुण गावा,
तरेगा वही जिसके मन में हरी है, मन में हरी है,
पिला दे हरि नाम की मस्ती,पीने वाले दाम ना
पूछे मंहगी हो या सस्ती
थाने निमन करा मैं बारंबार मेरी करणी माता अर्ज़ सुनो।
हरी नाम सुमर बन्दे हर दुःख टल जाएगा,
ओम हरी ओम हरी ओम हरी ओम
जब दुःख से मन घबरा जाये
सुनले ओ सांवरिया मुझे तेरा ही सहारा,
सुनलो अरज हमारी,
मैं हूँ शरण तुम्हारी,
अरज म्हारी सुन आओ मां, दरस म्हाने दिखाओ मां।
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