सारा जग ढूंढ लिया कोई तुमसा न देखा,
Tag: basuri ki dhun sunke
कन्हैया तेरी बांसुरियां सारे जग में धूम मचाई,
गोवर्धन उठाया तो,
कमाल हो गया,
तूने बांसुरी बजाई तो,
धमाल हो गया।।
करके चले श्याम सोलह सिंगार। अरे नंदलाला नारी में बदल गए
सखी दोष नहीं मनमोहन का,
वह बांस बुरे जिनकी बंसी,
मैं ढूंढ चूका जग सारा,
पता ना कहीं तेरा मिला,
अर्जी सुन ले लखदातार, तेरा गुण गाए संसार
तेरी मुरली की मैं हूँ गुलाम, मेरे अलबेले श्याम
गुरुकुल में पढ़ने जब आया साँवरा,
बस्ते में बाँसुरी ले आया सांवरा,
गुरु चरणों में लागा मेरा ध्यान बांसुरी की धुन सुनके।