जाने किस-किस को नाच नचा गई रे, माया की चिरैया।
Tag: Hari om me om samaya hai
समय का पहिया चलता है।
ओम हरी ओम हरी ओम हरी ओम
जब दुःख से मन घबरा जाये
हरी ओम में ओम समाया है,मेरा भोला नगर में आया है।
राम नाम से तूने बंदे,क्यों अपना मुंह मोड़ा।
जाने किस-किस को नाच नचा गई रे, माया की चिरैया।
समय का पहिया चलता है।
ओम हरी ओम हरी ओम हरी ओम
जब दुःख से मन घबरा जाये
हरी ओम में ओम समाया है,मेरा भोला नगर में आया है।
राम नाम से तूने बंदे,क्यों अपना मुंह मोड़ा।