हंसा नजर नहीं आया प्रेम गुरू,
अंत नजर नहीं आया,
Tag: Bharose thare chale o satguru Mari naw
रंगा लाई रे सतगुरु से ज्ञान चुनरी।
ये अटल भरोसा प्यारे,
खाली ना जाएगा,
थारे भरोसे बैठ्यो मैया,
कोई ना म्हारो है,
आ मन बैठ जरा गुरु जी के चरणों में
गुरु वचनो को रखना सँभाल के इक इक वचन में गहरा राज़ है,
मैं तो अरज करू गुरु थाने,
चरणा में राखजो माने,
मेरे सतगुरु जी तुसी मेहर करो,
गुरु जी दां जन्मदिन-२, आया, नीं होणं बधाईयाँ-
गुरासा शरण आपरी आया,
शरणों में आया,
बहुत सुख पाया,
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