ठुकराओ, ठुकराओ,
ठुकराओ या स्वीकार करो,
मैं शरण में हूँ,
दुत्कारों या आके प्यार करो,
मैं शरण में हूँ।
अहसान फ़रामोश,
गुनहगार हूँ बड़ा,
मारो या भव से पार करो,
मैं शरण में हूँ,
ठुकराओ या स्वीकार करो,
मैं शरण में हूँ।
सुनते है डूबते को,
तेरा नाम तारता,
कश्ती मेरी भी पार करो,
मैं शरण में हूँ,
ठुकराओ या स्वीकार करो,
मैं शरण में हूँ।
फट सा गया है दामन,
दर दर पसार के,
सीं दो या तार तार करो,
मैं शरण में हूँ,
ठुकराओ या स्वीकार करो,
मैं शरण में हूँ।
लायक नहीं है सूरज,
फिर भी कह रहा,
एक बार एतबार करो,
मैं शरण में हूँ,
ठुकराओ या स्वीकार करो,
मैं शरण में हूँ।
ठुकराओ, ठुकराओ,
ठुकराओ या स्वीकार करो,
मैं शरण में हूँ,
दुत्कारों या आके प्यार करो,
मैं शरण में हूँ।