मैं तो भूल गई भगवान माला भूल गई।
Tag: Ab to sara dukh bhulgi mhari heli
चलो साथीड़ा आपा हरिगुण गावा,
सुख थोड़े दुःख घणे जगत मँ, भोग्यां कष्ट सरै राणी।
हरी ने हिये न धारा रे ,
तरेगा वही जिसके मन में हरी है, मन में हरी है,
हार को अपनी भूल गया प्रभु,
जब से तेरा साथ मिला
क्यों भुल गए ए श्यामा,
मुझे पागल समझ कर भूल गए,
सुख दुःख दो पहलु है,
हमें हँसके सहना है,
दिनों का पालन हारा दुखियों का एक सहारा। मेरा श्याम है
पिला दे हरि नाम की मस्ती,पीने वाले दाम ना
पूछे मंहगी हो या सस्ती
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