मैं देखु जिस और सखी री,
सामने मेरे सांवरिया,
Tag: Jago Jago sab sakhiya bhor bhayi
जग पालनहारी मात मेरी भवतारणी,
चली आइयो सखियां सारी, वंशीवट पे।
सखी माता के मेला में, में तो डटगी।
जागो जागो सब सखियां, भोर भई।
मिट जायेंगे सारे कलेश, अंखियां खोल हरी को देख
दादी थारो रूप मन भायो,जियो हर्सायो