भूलूँ नाही एक घड़ी,
मैं सांवरिया थाने,
Tag: dhan ghadi dhan bhag hamara
जिंदगी की ना टूटे लड़ी,
नाम जपले घड़ी दो घड़ी,
म्हारे घडी रे घडी रो रिछपाल भगता रो प्रतिपाल, खाटू वालो श्यामजी।
बिन भाग मिले ना दुनियाँ में अमृत भोग ।।
कटे घड़ायो गजरो,
ओ कटे घडायो बाजू,
बाबा खूब सुनी निर्धन की,
आज कमी नहीं मेरै धन की।
मेरा जीवन धन हनुमान शरणों थारो लियो।
म्हारा घडी रे घडी रा रिछपाल सिमरु बाबा बजरंग ने।
तन मन धन सब देना कि श्याम जी को जाने ना देना।
नाटै मत घड़ा उठा दे दिखे हो मैंने पल-पल हो रहा भारी।
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