काया मल मल धोई, काया को दुनिया रोई।
Tag: Chundi makhmal ki
मेरा माखन ना चुराओ श्याम पैयां पढ़ूँ,
उसको मेरी सेवा का अधिकार है,
करता जो अपनी माँ से प्यार है,
चुंदड़ी मखमल की,मखमल की, उसके चारों पल्ले लाल।
काया मल मल धोई, काया को दुनिया रोई।
मेरा माखन ना चुराओ श्याम पैयां पढ़ूँ,
उसको मेरी सेवा का अधिकार है,
करता जो अपनी माँ से प्यार है,
चुंदड़ी मखमल की,मखमल की, उसके चारों पल्ले लाल।