तर्ज़:- श्याम तेरे भरोसे मेरा परिवार है
ओ मेरी प्यारी दादी,
देख तेरी बेटी आई,
संग में अपने ये तो
बड़ी सौगातें लायी
करले स्वीकार ओ दादी
बेटी है कर्रे दुहाई
ओ मेरी प्यारी दादी,
देख तेरी बेटी आई,
ओ मेरी प्यारी दादी,
लाल चुनरिया सजाई,
सोने का तारा कढ़ा कर,
जरी की बेल बनाई,
ओढ़ के तू भी नाँचे ऐसी,
मैं चुनरिया बनाई,
ओ मेरी प्यारी दादी,
देख तेरी बेटी आई,
सारे भगतों ने मिलके
दादी के मेहँदी रचाई,
सखियों त्रिशूल मांडकर,
दादी को मन हरषाई,
दादी जी खुश हो करके,
भगतां ने दे दे बधाई,
ओ मेरी प्यारी दादी,
देख तेरी बेटी आई।
थारे मंदिर में आई
संग में भोग भी लाइ,
खीर पूडा को व्यंजन
दादी मैं आज बनाई,
चख के देख ले दादी
करेगी तू भी बधाई,
ओ मेरी प्यारी दादी,
देख तेरी बेटी आई।
ओ मेरी प्यारी दादी
भावना ये मैं लाइ,
तेरे द्वारे पर अर्ज़ी
है मैंने आज लगाई,
करले स्वीकार ओ दादी
वर्षा है द्वारे आई,
ओ मेरी प्यारी दादी,
देख तेरी बेटी आई।
ओ मेरी प्यारी दादी,
देख तेरी बेटी आई,
संग में अपने ये तो
बड़ी सौगातें लायी
करले स्वीकार ओ दादी
बेटी है करे दुहाई
ओ मेरी प्यारी दादी,
देख तेरी बेटी आई,