इबके भादो बुलाले मावड़ी,,
चरणां में अपने बिठाले मावड़ी,,
देखा है भादो में तेरे झुंझुनू जो भी जाते,,
अर्जी तुझे सुनाकर दादी झोली भर ले आते,,
अब मेरी भी सुनले, अरदास मावड़ी।चरणां में अपने बिठाले मावड़ी,,
इबके भादो बुलाले मावड़ी,,
चरणां में अपने बिठाले मावड़ी,,
भजनों से हम तुझसे दादी मन की बात कहेंगे,,
भजनों से जो कह ना पाएं अखियों से कहेंगे,,
ध्यान से सुनना हमारी मावड़ी,मावड़ी,,
चरणां में अपने बिठाले मावड़ी,,
इबके भादो बुलाले मावड़ी,,
चरणां में अपने बिठाले मावड़ी,,
चौदस के दिन श्री चरणों में चुनड़ी चढ़ाऊंगा मैं,,
मावस के दिन धोक लगाकर किरपा पाऊंगा मैं,,
अर्जी ये हमारी सुनले मावड़ी।चरणां में अपने बिठाले मावड़ी,,
इबके भादो बुलाले मावड़ी,,
चरणां में अपने बिठाले मावड़ी,,