सोने चांदी के बनाये हनुमान दरवाजे लागे पीतल के।
विष्णु जी ने यज्ञ रचाया, लक्ष्मी देखन जाय।कभी हमें भी बुलइयो हनुमान आयेंगे हम जोड़े से।सोने चांदी के बनाये हनुमान दरवाजे लागे पीतल के।
भोले जी ने यज्ञ रचाया गौरा देखन जायें। कभी हमें भी बुलइयो हनुमान आयेंगे हम जोड़े से।सोने चांदी के बनाये हनुमान दरवाजे लागे पीतल के।
राम जी ने यज्ञ रचाया सीता देखन जायें। कभी हमें भी बुलइयो हनुमान आयेंगे सम जोड़े से।सोने चांदी के बनाये हनुमान दरवाजे लागे पीतल के।
कृष्ण जी ने यज्ञ रचाया राधा देखन जायें। कभी हमें भी बुलइयो हनुमान आयेंगे हम जोड़े से।सोने चांदी के बनाये हनुमान दरवाजे लागे पीतल के।
वालाजी ने यज्ञ रचाया दुनिया देखने जाय। कभी हमें भी बुलइयो हनुमान आयेंगे हम जोड़े से।सोने चांदी के बनाये हनुमान दरवाजे लागे पीतल के।
मैया जी ने यज्ञ रचाया लागुर देखन जाय।
दर्शन हमें भी करइयो हनुमान आयेंगे हम दोनों जने।सोने चांदी के बनाये हनुमान दरवाजे लागे पीतल के।