हनुमान तेरे दर से कोई गया ना खाली।
Tag: हनुमान चालीसा hanuman chalisa
जो खेल गए प्राणों पे,
श्री राम के लिए,
बीड़ो उठायो हनुमान हठीलो,
बीड़ो उठायो राजा राम रो ।
हनुमान अमृतवाणी भाग १
सोने चांदी के बनाये हनुमान दरवाजे लागे पीतल के।
पूछे सिया सुन अंजनि के लाला।
क्यूँ तोड डाली तूने मणियों की माला।।
बड़ी देर भई बड़ी देर भई,
कब आओगे मेरे हनुमान,
बिगड़े बनाने सब काम आयेंगे,राम राम जपो हनुमान आयेंगे।
जब अटके तेरा कोई काम, तु जपले हनुमान का नाम, काम बने चुटकी में,
सीता ने न्योता भिजवाया,हनुमत को बुलवाया।
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