नान्दीेये पे हो के सवार,
भोलाजी चले दुल्हा बनके,
Tag: Bhole tere parbat pe kaise cha rahi chata nirali hai
भोले तेरे पर्वत पे कैसे छा रही छटा निराली है।
नान्दीेये पे हो के सवार,
भोलाजी चले दुल्हा बनके,
भोले तेरे पर्वत पे कैसे छा रही छटा निराली है।