जो हारा सो पुकारा रे,
पुकारा रे कन्हैया,
खाटू वाले खाटू वाले,
Tag: Aaya tere dwar le lo sharan sawre
भटकता डोले काहे प्राणी, चला आ प्रभु की तू शरण में, बदल जाएगी जिंदगानी।
मुझे अपनी शरण में ले लो राम, ले लो राम!
चंदा भी देख शरमाया, कान्हा जी तुम्हे किसने सजाया।
छोटी सी एक अर्जी मेरी,
छोटी सी दरकार है ।
आजा मेरे सांवरे,
तेरा इंतज़ार है ।।
दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे द्वार,
यहां से गर जो हारा, कहां जाऊंगा सरकार ।
सावरे बिन तुम्हारे गुजारा नहीं
आ गया मैं आ गया मैं ओ संवारे तेरे द्वार पे,
मैं हूँ शरण में तेरी संसार के रचैया,
मनै इब बैरा पाट्या,
जिसकी सुन ले सेठ सांवरा,
फिर क्या का घाटा।।
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