मेरे संवलिया सरकार, कबसे खड़ा हूँ मैं तेरे द्वार
Tag: Aao aao mere shyam sarkar
जब जब बाबा कोई ठोकर खाता है।रस्ता जब कोई नज़र नहीं आता है।
क्यों भुल गए ए श्यामा,
मुझे पागल समझ कर भूल गए,
जिसकी नैया श्याम भरोसें,
डोल भले सकती है,
दिनों का पालन हारा दुखियों का एक सहारा। मेरा श्याम है
नैया है मझधार श्याम इसे,
पार लगा जाओं
ना मैं मीरा ना मैं राधा,
फिर भी श्याम को पाना है।
भोले दानी है सरकार, सब के भरते हैं भंडार।
सपना में देख्यो रे म्हाने,
श्याम धणी दातार,
राधा बनी कमल की माल श्याम भँवरा सो बनो।
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