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श्याम भजन लिरिक्स

Jab jab baba koi thokar khata hai,जब जब बाबा कोई ठोकर खाता है।रस्ता जब कोई नज़र नहीं आता है,shyam bhajan

जब जब बाबा कोई ठोकर खाता है।रस्ता जब कोई नज़र नहीं आता है।

जब जब बाबा कोई ठोकर खाता है।रस्ता जब कोई नज़र नहीं आता है। हार के तेरे दर पर जब वो आता है। 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺सारी उम्र ये ही गाता है। हम जीते जीते जीते, तेरे दम पे जीते।

जीते की है दुनिया ये सारी, हारे की ना है दुनिया। हारे का तो बस तू ही सहारा, तेरे ही दर पे मिलता किनारा। 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺देखा ना तेरे जैसा सांवरे, हम जीते जीते जीते, तेरे दम पे जीते।

माँ से किया था तुमने जो वादा, उस वादे को तू हर पल निभाता। कंकर को मोती तू ही बनाता, सेठ बनाकर दुनिया घुमाता।🌺🌺🌺🌺🌺 हम जीते जीते जीते, तेरे दम पे जीते।

जबसे किया है हर्ष ने खुद को तेरे हवाले। तबसे ही बाबा उसकी तो नैया तू ही संभाले। लायक नहीं था मैं तो सांवरे, हम जीते जीते जीते, तेरे दम पे जीते।

जब जब बाबा कोई ठोकर खाता है।रस्ता जब कोई नज़र नहीं आता है। हार के तेरे दर पर जब वो आता है। 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺सारी उम्र ये ही गाता है। हम जीते जीते जीते, तेरे दम पे जीते।

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