श्याम मुरली तो बजाने आओ,
रूठी राधा को मनाने आओ ।
Tag: Banshi bajay gayo shyam ri Mose naina mila ke
गिरधर की बंशी प्यारी जी गिरधर की।
मैं सोचता कुछ और हूं, पर मांगता कुछ और हूं।
सोचा नहीं जो ख्वाब में,
उतना हमें मिला,
बंसी बाजेगी राधा नाचेगी,बैरी जग रूठे ते रूठ जाए,
क्यों नैणा भरमावे जी ,
थारे हाथ कबीरो नहीं आवे जी।
कन्हैया प्रेम की बंसी बजाना तुम को आता है।
कन्हैया प्रेम की बंसी बजा दोगे तो क्या होगा।
कान्हा बंसी बजाए राधा दौड़ी चली आए
छोटो छोटो सो कृष्ण कन्हैया
प्यारो प्यारो सो बंशी बजाइया
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