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श्याम भजन लिरिक्स

Tum hi meri hai mohabbat tu hi meri chahat hai,तुम ही मेरी है मोहब्बत तू ही मेरी चाहत है,shyam bhajan

तुम ही मेरी है मोहब्बत तू ही मेरी चाहत है।

तर्ज,तेरी गलियों का हूं आशिक

तुम ही मेरी है मोहब्बत तू ही मेरी चाहत है। तेरा कीर्तन तेरा भजन तू मेरी आदत है।तुम ही मेरी है मोहब्बत तू ही मेरी चाहत है।

तेरे दरबार की सेवा ही बंदगी है मेरी। तेरे चरणों की गुलामी ही जिंदगी है मेरी। ऐ मेरे श्याम तेरे नाम में ही राहत है। 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺तुम ही मेरी है मोहब्बत तू ही मेरी चाहत है।

तुम ही मेरी है मोहब्बत तू ही मेरी चाहत है। तेरा कीर्तन तेरा भजन तू मेरी आदत है।तुम ही मेरी है मोहब्बत तू ही मेरी चाहत है।

शानो शौकत नाम इज्जत अच्छा कारोबार दिया। अच्छे मां-बाप दिए तूने अच्छा परिवार दिया।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 मेरी सांसे मेरा जीवन तेरी बदौलत है। तुम ही मेरी है मोहब्बत तू ही मेरी चाहत है।

तुम ही मेरी है मोहब्बत तू ही मेरी चाहत है। तेरा कीर्तन तेरा भजन तू मेरी आदत है।तुम ही मेरी है मोहब्बत तू ही मेरी चाहत है।

तुझसे ही शुरू तुझपे ही खतम हर कहानी मेरी। मुझ पर मेहरबान हुआ जो तुम यह मेहरबानी तेरी।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 तेरे भक्तों की खिदमत मेरी इबादत है।तुम ही मेरी है मोहब्बत तू ही मेरी चाहत है।

तुम ही मेरी है मोहब्बत तू ही मेरी चाहत है। तेरा कीर्तन तेरा भजन तू मेरी आदत है।तुम ही मेरी है मोहब्बत तू ही मेरी चाहत है।

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