नौ नौ रूप मैया के तो,
बड़े प्यारे लागे,
Tag: baithi hai meri maiya sabki nigaho me
मैया मैया बोल नैया पार हो जाएगी,
बैठी थी घमंड में,में बैठी थी गुमान में।
निगाहें फेर क्यों बैठे, मेरा तो और ना कोई,
मैया का चेहरा सुहाना लगता है। लंगूर का तो दिल दीवाना लगता है।
पीपल की छांव में, ठंडी हवाओं में, बैठी है मेरी मैया, सबकी निगाहों में।