अब तो सारा दुख भूलगी मारी हेली,
राम रतन धन पाय रे,
Tag: Na to dukh hai na koi kami hai
मंदिर में जोगणिया लांगुर से झगड़ी। तूं क्यों नहीं लाया रे मैया की चुनरी।
नाट मत नाट मत जाऊंगी जरूर, मैयाजी के दर्शन पाऊंगी जरूर।
मैया तेरी महिमा है निराली
मैं तो मैया जी की ज्योत जगाए रखती
ना तो दुःख है ना कोई कमी है,जबसे मैया की रहमत हुई है
मैं दुखिया नीर बहाता, तूं बैठा मौज उड़ाता।