चुप रहना और कुछ ना कहना,
क्या यह तेरी लीला है,
Tag: Baba ro Lilo ghodaliyo
कलयुग का हो अवतारी
लीले घोडै की सवारी,
लीलै घोडै वालो मेहरबान चाहिये,
साथ मांही वीर हनुमान चाहिये ।।
हार गया हूँ बाबा,
अब तो आके थाम रे,
नीले घोड़े रा असवार,
म्हारा मेवाड़ी सरदार,
राणा सुणता ही जाजो जी,
घुड़लो मोड़ दो सावरियाँ,
थारो भगता री ओर,
म्हारा रामापीर जी गेंद,
खेलण ने जावे,
बाबा हो बाबा,तेरे सिवा नहीं कोई हमारा।
लेने आजा खाटू वाले,
रींगस के उस मोड़ पै,
बाबा खूब सुनी निर्धन की,
आज कमी नहीं मेरै धन की।
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