हरी हरी भांग का मजा लीजिये,
सावन में शिव की बूटी पिया कीजिये,
Tag: Aaj mhare bhole baba bhang ghani pidi o
बाबा मतन्या लोग हंसावे रे,
हाथ जोडक़र करुं विनती, क्यों नहीं आवे रे।
हार गया हूँ बाबा,
अब तो आके थाम रे,
मने भांग घोट के पीला गोरा मैं होजा पावर फुल,
हे शिव भोले भंडारी,
मैं आया शरण तिहारी,
बाबो अमलीड़ो बाबो अमलीड़ो,
भक्ता ने लागे बालो,
बनवा दे भोले सोने की एक अटरिया,
तेरा जादू न चलेगा मेरे भोले
काहे मारे मेरी गलियों के फेरे।
बाबा मेरा काम करोगे बोलो क्या लोगे,
ये भांग ना घोटी जाए रे भोले क़मर टूट गईं हाए रे,
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