झूला झूले रे सावरिया आ गई भादवे री दूज।
भादवे री दूज आ गई भादवे री दूज।
झूला झूले रे सवारिया आ गई भादवे री दूज।
प्यारो प्यारो चाँद सो मुखड़ो भक्ता रे मन भावे।
अजमल घर अवतार धनी ने सारी दुनिया रही पूज।
झूला झूले रे सवारिया आ गई भादवे री दूज।झूला झूले रे सावरिया आ गई भादवे री दूज।
भादवे री दूज आ गई भादवे री दूज।
झूला झूले रे सवारिया आ गई भादवे री दूज।
दादर मोर पपिया बोले कोयल, कुक सुनावे बागा में।
छाई घटा घनघोर अम्बर में बरसे रे खूब।
झूला झूले रे सवारिया आ गई भादवे री दूज।
झूला झूले रे सावरिया आ गई भादवे री दूज।
भादवे री दूज आ गई भादवे री दूज।
झूला झूले रे सवारिया आ गई भादवे री दूज।
आंधलिया ने आंखा देवे निर्धनिया ने माया ये बाबा।
बांझयाना ने पुत्र देवे पवेलिया ने पग।
झूला झूले रे सवारिया आ गई भादवे री दूज।झूला झूले रे सावरिया आ गई भादवे री दूज।
भादवे री दूज आ गई भादवे री दूज।
झूला झूले रे सवारिया आ गई भादवे री दूज।
बाबा रे दरबार री महिमा मिलकर राही गावे।
सादा पानी रो पानी कर दे और दूध रो दूध।
झूला झूले रे सवारिया आ गई भादवे री दूज।झूला झूले रे सावरिया आ गई भादवे री दूज।
भादवे री दूज आ गई भादवे री दूज।
झूला झूले रे सवारिया आ गई भादवे री दूज।